आत्मोन्नति के यंत्र
दिव्य ज्ञान यानी आत्मोन्नति के यंत्र जी है जो भुजा मे पहनेगा वह व्यक्ति अपने आप से ही बात करता है अपनी आत्मा से ही ज्ञान ले लेता है .आत्मा परमेश्वर से जुड़ी है .जो धारक यह यंत्र केसर कस्तूरी गौरौचन से बनाकर पहनता है उसे ऐसा आत्मज्ञान मिलता है की हर समय मन संतोषी हो जाता है स्वभाव मधुर हो जाता है .उसके मन के सवाल समाप्त हो जाते है .सभी प्रकार के यंत्र हम लोगो को स्वैच्छिक दक्षिणा से बनाकर भेजते है .हर व्यक्ति अपनी चादर के हिसाब से दक्षिणा दें सकता .आकर्षण ..धन ..व्यापार इत्यादि यंत्र आज भी उतने ही प्रबल है जितने पहले से है बस ठगों ने सोशल मीडिया का दुरपयोग किया जिसका परिणाम अच्छे लोगो को जनता ने बुराई के रूप मे किया .अच्छे लोगो को बुरे लोगो के कर्मो का फल जनता दें रही है .जबकि वृक्ष वही उत्तम जो फल छाया दें .आज तक हमने देश के हर पिन कोड क्षेत्र तक यंत्र पहुंचाए .हमारे खुद के ग्रुप मे सभी पोस्टल रसीदें है तो अनगिनत लोगो ने गोपनीयता बरतने को कहा .लोगो को चाहिए को सच्चाई के साथ स्वयं की शक्ति को जाने .
जय महाकाल