स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के लिए ये वास्तु दोष जिम्मेदार! बीमारी से बचने के लिए रखें इन बातों का ध्यान
मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी वास्तु का प्रभाव पड़ता है. कई बार ऐसा होता है कि दवा-परहेज करने के बाद भी बीमारी व्यक्ति का पीछा ही नहीं छोड़ती. आइए वास्तु के अनुसार जानते हैं वो कौन से कारण हो सकते हैं जिससे घर में स्वास्थ्य संबंधी परेशनियां आती हैं.
शास्त्रों में कहा जाता है कि प्रथम सुख निरोगी काया अर्थात शरीर को स्वस्थ रखना व्यक्ति का प्रथम लक्ष्य है. यदि मनुष्य का शरीर स्वस्थ होता है तो वे अपने दैनिक कार्यों को सुचारू ढंग से करने में सक्षम रहता है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर-मकान से जुड़े दोष व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं.
मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी वास्तु का प्रभाव पड़ता है. कई बार ऐसा होता है कि दवा-परहेज करने के साथ लाख कोशिशों के बाद भी बीमारी व्यक्ति का पीछा ही नहीं छोड़ती. आइए वास्तु के अनुसार जानते हैं वो कौन से कारण हो सकते हैं जिससे घर में स्वास्थ्य संबंधी परेशनियां आती हैं.
यदि घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में टॉयलेट या फिर सीढ़ियां बनी होती हैं तो घर की मुख्य महिला ही नहीं, बल्कि अन्य सदस्यों को भी मानसिक तनाव या मस्तिष्क से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.
घर की उत्तर एवं उत्तर-पूर्व दिशा का बंद होना और दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशा का खुला होना भी एक गंभीर वास्तु दोष है. ऐसा होने पर घर के भीतर बीमारी और खर्च दोनों ही अत्यधिक बढ़ जाते हैं.
किचन के चूल्हे पर खाना बनाते समय घर की महिला का मुंह भूलकर भी दक्षिण दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए. ऐसी सूरत में कमर दर्द, सर्वाइकल, जोड़ों का दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
पूर्व दिशा में सिर यानी पश्चिम दिशा में पैर करके सोना स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा होता है. दरअसल, सूरज पूर्व दिशा की ओर से निकलता है. सूरज की पहली किरण पूर्व दिशा में ही देखने को मिलती है.
ईशान कोण में बना शौचालय बहुत बड़ा वास्तु दोष माना जाता है. देवस्थान पर बना टॉयलेट घर की महिलाओं को न सिर्फ बीमार बनाता है बल्कि संतान सुख में भी कमी आती है. घर का ईशान कोण ऊंचा हो और बाकी सभी दिशाएं उससे नीची हों तो घर की महिलाओं को गंभीर बीमारी होने की आशंका बनी रहती है. उत्तर दिशा की तरफ सिर करके सोने से माइग्रेन, साइनस, सिर दर्द जैसी बीमारियां हो सकती हैं. बेड के सामने शीशा होने से सोते समय छवि दर्पण में नज़र आने से व्यक्ति धीरे-धीरे बीमार होने लगता है.